प्रयागराज। माफिया अतीक के करीबी इम्तियाज चावल के बाद पुलिस की टास्क फोर्स ने गुरुवार को सहयोगी और बिजनेस पार्टनर अब्बास को उठाकर आठ घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान छत्तीसगढ़, प्रयागराज समेत कई शहरों में करोड़ों रुपये की प्रापर्टी की जानकारी हुई है।
अब्बास से माफिया के पैसे के निवेश के बारे में सवाल किया गया तो वह कुछ देर तक बोल नहीं सका। यह भी पता चला है कि अब्बास माफिया को प्रापर्टी डीलिंग के कारोबार का कमीशन देता था और उसके प्रभाव का इस्तेमाल कर अपने आर्थिक साम्राज्य को मजबूत बना रहा था। कई मुकदमों में अतीक के साथ सहअभियुक्त भी रहा है।
अतरसुइया निवासी अब्बास ने मैक टावर के नाम से रिहायसी और व्यावसायिक भवन बनवाया था। इसके बाद ही अब्बास के नाम के साथ मैक टावर जुड़ गया था। कुछ साल पहले मैक टावर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। उसके पास सिविल लाइंस, करेली, समेत कई स्थानों पर करोड़ों रुपये की प्रापर्टी है।
माफिया अतीक पर गैंगस्टर एक्ट के तहत शिकंजा कसने के बाद अब्बास का नाम सुर्खियों में आया था, लेकिन फिर उस पर कार्रवाई शिथिल पड़ गई थी। अब पुलिस की ओर बनाई गई टास्क फोर्स अतीक की बेनामी संपत्ति, अपराध के जरिए अर्जित पैसे को निवेश करने वालों समेत अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर छानबीन कर रही है।
इसी के तहत गुरुवार को अब्बास को पुलिस ने पकड़ा और क्राइम ब्रांच के दफ्तर में घंटों पूछताछ की। तब पता चला कि अतीक के बल पर ही छत्तीसगढ़ में सात एकड़ से अधिक जमीन बनाई है।
डीसीपी सिटी दीपक भूकर के मुताबिक माफिया की मदद से और उसके पैसे से जिसने भी अपना आर्थिक साम्राज्य बनाया है, उन सभी के विरुद्ध जांच चल रही है। साक्ष्य और तथ्य जुटाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लग्जरी गाड़ियों का शौकीन
पुलिस का कहना है कि अब्बास लग्जरी गाड़ियों का शौकीन है। उसके पास मर्सिडीज, फोर्ड, एक्सयूवी सहित पांच कार हैं। सभी कार का नंबर 1500 है। अब्बास ने एक टाउनशिप बनाने की योजना बनाई थी। वह अतीक और अशरफ को अपने व्यापार की कमाई का कमीशन देता था, जिसके आधार पर उसे माफिया का बिजनेस पार्टनर कहा जाता है।