कालिंजर दुर्ग में पुरातत्व के नियुक्त सी ए ने लगाए पूजा पाठ पर प्रतिबंध।
*आस्था पर प्रहार,नाकाबिले बर्दास्त *
*नियमित श्रद्धालुओं से प्रतिदिन टिकट की वसूली अवैध।*
बांदा – आज दिनांक 17 फरवरी 2025 को कालिंजर किला स्थित नीलकंठ मंदिर में पूजा पाठ हवन बेदी में हवन न करने पर रोक लगाने एवं हनुमान जी की मूर्ति को ब्लेड से खुरच कर संरक्षित एवं मंदिर में नियमित रूप से पूजा पाठ एवं दर्शन करने वालों से टिकट न लेने के संबंध में लिखित संज्ञान नीलकंठ महादेव कालिंजर के भक्तों ने डी एम कार्यालय पहुंच कर डी एम बांदा को देकर मांग की है, विभागीय सीए को निर्देशित कर जन आक्रोश को शांत करने का निवेदन किया गया है।
कालिंजर दुर्ग पूरे विश्व में प्रसिद्ध ऐतिहासिक धरोहर है इस दुर्ग में नीलकंठ महादेव मंदिर है जहां नियुक्त सीए सत्येंद्र कुमार श्रद्धालुओं को मंदिर में रामचरितमानस पाठ एवं प्राचीन हवन वेदी में सनातन से हो रही हवन परंपरा को बंद कराया गया। जबकि मंदिर में कई पीढियां से पूजा पाठ नियमित रूप से चला रहा है। जिसमे भक्तों की आस्था को ठेस पहुंची है साथ ही पुरातत्व विभाग द्वारा प्राचीन हनुमान मंदिर में मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाने एवं मूर्ति को ब्लेड से खुरच कर,मंदिर से सभी झंडा हटा दिए गए हैं साथ ही नियमित रूप से दर्शन एवं पूजा पाठ करने वाले श्रद्धालुओं से प्रतिदिन टिकट का मंदिर परिसर में जाने के लिए पैसा वसूला जा रहा है जिससे भक्तों की आस्था पर कड़ा प्रहार हुआ है।
भक्ति समिति का नेतृत्व कर रहे सनम कुमार पांडे एवं द्विवेदी ने यह स्पष्ट किया कि जिस समय से सत्येंद्र कुमार की नियुक्ति की गई है तब से ही यह कालिंजर दुर्ग में इस प्रकार की अनियमितता का शुभारंभ हुआ है। जिला प्रशासन से मांग की है कि सत्येंद्र कुमार को सस्पेंड कर उक्त के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करते हुए आम जनमानस के लिए सभी सुविधाएं पूर्ववत ही बहाल रखी जावे।





