एसएन मेडिकल कालेज में बाह तहसील के सन्नपुरा गांव के निवासी कदम सिंह (उम्र 40 रिक्शा चालते हैं और दो साल से पैरों में असहनीय दर्द और गैंगरीन की समस्या थी। उनके दोनों पैरों में खून का प्रवाह रुकने के कारण हालात इतने खराब हो गए थे कि वे न तो चल सकते थे और न ही काम कर पा रहे थे।दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के बावजूद कोई राहत नहीं मिली। अंततः उन्होंने SN मेडिकल कॉलेज के CTVS सर्जन डॉ. सुशील सिंघल से संपर्क किया। जांच में पाया गया कि दिल से खून ले जाने वाली मुख्य धमनी (aorta) बंद हो गई थी, जिसके कारण पैरों तक खून नहीं पहुंच रहा था।
पैर की बाईपास सर्जरी की, 4 घंटे सर्जरी चली
एसएन के कार्डियोथोरेसिक सर्जन (सीटीवीएस) डॉ. सुशील सिंघल ने कदम सिंह को भर्ती कर Aortobifemoral Bypass सर्जरी करने का निर्णय लिया। 50 सेंटीमीटर लंबी कृत्रिम धमनी का उपयोग कर दिल से खून को पैरों तक पहुंचाने का रास्ता बनाया गया। सर्जरी लगभग 4 घंटे तक चली, जिसमें डॉक्टरों ने बारीकी से काम करते हुए रक्त प्रवाह को बहाल किया। ऑपरेशन के तुरंत बाद मरीज के पैरों का दर्द पूरी तरह खत्म हो गया। अब कदम सिंह न केवल सामान्य रूप से चल-फिर सकते हैं, बल्कि अपने काम पर लौटने के लिए भी तैयार हैं।
जयपुर और दिल्ली की जगह एसएन में ही जटिल सर्जरी
सीटीवीएस टीम में डॉ. सुशील सिंघल, डॉ. विजय सैनी, डॉ. आकाश, डॉ. जफर, नेस्थीसिया टीम: डॉ. अर्चना, डॉ. मंजरी बंसल, डॉ. सुशांत, डॉ. एजाज, डॉ. सचिन सचिन, मोनू शामिल रहे। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि अब जयपुर और दिल्ली के मरीज भी आगरा इलाज के लिए आने लगे हैं। सर्जरी विभाग के हेड डॉ. प्रशांत लवानियों ने टीम को प्रोत्साहित किया।