लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि "कॉमन डाटा इनवार्यमेंट" बिल्डिंग निर्माण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इस सॉफ्टवेयर से बिल्डिंग कन्सट्रक्शन से जुड़े सभी घटक इंजीनियर, सलाहकार, आर्किटेक्ट, विशेषज्ञ, ठेकेदार, मेन्टेनेंस करने वाली एजेन्सी आपस में समन्वय के साथ कार्य कर सकेगी। मंत्री श्री भार्गव ने यह बात "इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस" द्वारा "कॉमन डाटा इनवार्यमेंट फॉर इन्फ्रा-स्ट्रक्चर प्रोजेक्ट मेनेजमेंट एण्ड इनोवेशन इन कंसट्रक्शन टेक्नोलॉजी" विषय पर 2 दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ पर कही। कार्यशाला में मध्यप्रदेश सहित 17 राज्य के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हुए हैं।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि आत्म-निर्भर भारत और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि देश और प्रदेश में सुदृढ़ अधो-संरचना निर्धारित समय-सीमा में निर्मित की जाए। उन्होंने कहा कि हम व्यवहार में देखते हैं कि निर्माण क्षेत्र से जुड़ी इकाइयों, शासन के विभागों में आपसी समन्वय की कमी होने से प्रोजेक्ट पूरे होने में समय लगता है। परिणामस्वरूप बिल्डिंग की लागत भी बढ़ती है।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि नवीन तकनीकी का उपयोग गुणवत्तापूर्ण निर्माण और समय-सीमा पर नियंत्रण के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हम संसाधनों का बेहतर उपयोग करेंगे तो चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका से बेहतर अधो-संरचना भारत में निर्मित की जा सकेंगी। उन्होंने बिल्डिंग कांग्रेस में आये विशेषज्ञों से अपेक्षा कि वह इसके लिए बेहतर सुझाव दें, जिनको मध्यप्रदेश सरकार लागू करेगी।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री सुखवीर सिंह ने कहा कि नवीन तकनीक का उपयोग स्थानीय पर्यावरण और जरूरतों को दृष्टिगत रख कर किया जाना चाहिए। इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के अध्यक्ष श्री विजय सिंह वर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में गत 18 वर्ष में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। इसको और अधिक बेहतर बनाने के लिए कॉमन डाटा प्लेटफार्म मददगार साबित होगा। कार्यक्रम में इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के सोविनियर का विमोचन भी किया गया।