*आस्था व अर्थव्यवस्था का संगम 3.25 लाख करोड़ का कारोबार -कैट*
*चित्रकूट मैहर अयोध्या वाराणसी विंध्याचल धाम की अर्थव्यवस्था को मिली मजबूती: कैट*
सतना – विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन महाकुम्भ आस्था और अर्थव्यवस्था के गहरे संबंध को भी दर्शा रहा है।
इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। महाकुम्भ 2025 ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
देश के व्यापारियों की शीर्ष संस्था कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया टेंडर्स कैट के अनुसार इस बार का महाकुम्भ में 3.25 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ है। यह भारत के सबसे बड़े आर्थिक आयोजनों में एक है।
कैट के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी ने कैट के राष्ट्रीय महामंत्री सांसद श्री प्रवीण खण्डेलवाल के हवाले से बताया कि यह आयोजन आस्था और अर्थव्यवस्था का संगम बन चुका है। देशभर में इस आयोजन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह के कारण लगभग 65 करोड़ श्रद्धालुओं के आने से कैट के अनुमान मुताबिक व्यापार 3.25 करोड़ रुपए से अधिक होने की संभावना है।
कैट के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी ने बताया कि व्यापारियों के संगठन कैट के एक अनुमान के मुताबिक चित्रकुट, मैहर,अयोध्या, वाराणसी, विंध्याचल सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है
कैट के कमलेश पटेल, चंद्रशेखर अग्रवाल, मनोहर वाधवानी, अभिषेक जैन, नरेंद्र गुप्ता,पवन ताम्रकार,पवन मलिक, जितेंद्र साबनानी, राजीव गुप्ता, अशोक वाधवानी, तरुण ठक्कर,गोविन्द छाबड़िया, मनोज अग्रवाल, अंकुल अग्रवाल, बिहारी मंघनानी, विनोद चंदानी, राजेश अग्रवाल, मोनिका अवस्थी, सीमा नेमा, मोना चोपड़ा, पायल गर्ग, सोनाली जैन, निधि गुप्ता, शुशील मंघनानी, सचिन जैन, विनोद चंदानी,प्रवीण मित्तल, हिमांशु अरोरा, कुलदीप चौरसिया,जे पी शर्मा, निधि बड़ेरिया, शैल गुप्ता, लोकेश गुप्ता, दीपक वाधवानी,राकेश गुप्ता, सतीश निरंकारी सहित अनेक व्यापारियों का मानना है कि इससे वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।





