नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग की कार्रवाई ने दक्षिण कोरिया में हड़कंप मचा दिया है। शुक्रवार की सुबह समुद्री किनारे वाली आर्टिलरी से साउथ कोरिया पर करीब 200 गोले दाग गए हैं। दक्षिण कोरिया ने बयान जारी कर कहा है कि यह कार्रवाई उत्तर कोरिया की तरफ से की गई है। यह गोले वहां पर गिरे जहां दोनों देशों की समुद्री सीमाएं हैं। ऐहतियात के तौर पर दक्षिण कोरिया ने अपनी दो द्वीपों पर रहने वालों से कहा है कि यह स्थान खाली कर दिए जाएं। किसी तरह के कारण का खुलासा अथॉरिटी ने नहीं किया है।
कोरियाई नौसैनिकों ने की गोलीबारी
रिपोर्ट्स की मानें तो नार्थ कोरिया द्वारा गोले दागने के बाद दक्षिण कोरियाई नौसेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है और नार्थ कोरिया की तरफ गोलीबारी की गई है। यही वजह है कि द्वीप पर बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचान की कोशिशें की जा रही हैं। योंगप्योंग द्वीप के अधिकारियों की मानें तो दोनों देशों के बीच विवादित उत्तरी सीमा समुद्री सीमा के ठीक साउथ में स्थित है। दक्षिण कोरिया ने एक बयान जारी करके कहा है कि उत्तर कोरिया ने उनकी विवादित समुद्री सीमा पर आर्टिलरी प्रैक्टिस की है।
2010 में भी उत्तर कोरिया ने किया था हमला
दोनों देशों के बीच समुद्री सीमा को लेकर विवाद काफी पुराना है। साल 2010 में भी नार्थ कोरिया की आर्टिलरी ने इस द्वीप पर फायरिंग की थी। तब दो नागरिकों सहित कुल 4 लोगों की मौत हो गई थी। नार्थ कोरिया हमेशा यही कहता है कि उसे उकसाया गया, जिसके बाद कार्रवाई करनी पड़ी है। हाल के दिनों में नार्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की कई तस्वीरें सामने आई थीं, जिसमें वे रोते हुए भी दिखाई दिए थे। इसके अलावा उत्तर कोरिया में आबादी बढ़ाने के लिए भी सरकारी कैंपेन चलाया जा रहा है।