नेपाल
नेपाल में भूकंप आने का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। यह चौथी बार है जब
भूकंप ने देश के कई हिस्सों को हिलाकर रख दिया है। क्या यह किसी बड़े
प्राकृतिक आपदा के संकेत तो नहीं हैं। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी
एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार देश में अछाम जिले के बबाला के आसपास आज शाम
करीब 6:18 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए।
नेपाल में भूकंप के झटके
आज फिर नेपाल में 4.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। लोग अपने-अपने घरों
से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। हालांकि, अब तक किसी के मरने या घायल होने
या फिर किसी भी इमारत के ढहने की कोई खबर नहीं मिली है। इससे पहले पिछले
मंगलवार को देर रात आए 6.3 मैग्नीट्यूड के भूकंप के बाद अब गुरुवार सुबह
नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप गुरुवार सुबह 5.13 बजे आया
था। भूकंप के कारण किसी के जानमाल के नुकसान या संपत्ति के नुकसान की
तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं आई।
नेपाल में भूकंप का भारत में भी दिखता है असर
ऐसा अक्सर होता रहा है कि, नेपाल में भूकंप आता है तो भारत की धरती भी
कांपती है। वजह पड़ोस में मौजूद हिमालयी देश है और एशियन टेक्टोनिक प्लेट
में हुई हलचल। बता दें कि, 8 नवंबर की देर रात करीब 1:57 बजे आए भूकंप की
तीव्रता 6.3 थी। इसकी गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे बताई गई थी। इसका
केंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 90 किलोमीटर दूर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की
तरफ नेपाल में था।
नेपाल में भूकंप
बता दें कि, 8 नवंबर को देर रात करीब 1:57 बजे पूरा उत्तर भारत कांप गया
था। उस समय 6.3 तीव्रता का भूकंप नेपाल में आया था। यह इस साल के अब तक का
सबसे खतरनाक भूकंप के झटकों में से एक था। इससे पहले नेपाल में 12 अप्रैल
2015 और 12 मई 2015 को 7.8 और 7.3 तीव्रता के भयानक भूकंप आए थे। जिसकी वजह
से 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। 25 हजार से ज्यादा लोग जख्मी
हो गए थे।