बैंक ऑफ इंडिया को बदमाश ने 7.50 लाख रुपए की चपत लगा दी। बैंक की इंदिरानगर शाखा में आठ दिन पूर्व हुई घटना गुरुवार को सामने आई। शातिर बदमाश ने ग्राहक का नकली चेक लगाकर वारदात की है। मामले में चिमनगंज मंडी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। बैंक रिकॉर्ड में ग्राहक की जगह ठग का मोबाइल नंबर दर्ज होने से स्टाफ शंका के घेरे में आ गया।
इंदिरा नगर निवासी पुष्पा गुप्ता का बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में अकाउंट है। बुधवार को उन्हें अपने खाते से 7.50 लाख रुपए निकालने का मैसेज आया, तो घबरा गईं। बैंक पहुंचीं, तो पता चला कि 13 दिसंबर को राशि निकाली गई है। उन्होंने चेक बुक बताकर किसी को चेक नहीं देने की शिकायत की। इस पर जांच हुई तो पता चला पुष्पा गुप्ता को जारी किए गए चेक में से एक भी चेक उपयोग नहीं किया गया।
शातिर ठग ने नकली चेक से निकाले 7.50 लाख
मामले में पुलिस ने छानबीन की तो शातिर ठग द्वारा नकली चेक महिला की हूबहू साइन कर ठगी करने का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि बैंक रिकॉर्ड में महिला की जगह ठग का मोबाइल नंबर लिखा था। मामले में शुक्रवार को बैंक अधिकारी चिमनगंज थाने पहुंचे और अज्ञात ठग के खिलाफ मामला दर्ज कराया। हालांकि, पुलिस का मानना है कि ठगी में बैंक स्टाफ की मिलीभगत हो सकती है।
इसके पहले भी 4.50 लाख की ठगी हो चुकी है
13 दिसंबर को सेठीनगर निवासी रेणी चाकौ के खाते का नकली चेक बनाकर आगर रोड बैंक की शाखा में लगाया था। चेक के जरिए ठग ने 3.10 लाख रुपए चिमनगंज पुलिस कॉलोनी निवासी एएसआई रमेश तोमर के खाते में ट्रांसफर किए थे। बाद में सेठीनगर शाखा से राहुल राठौर नामक युवक के द्वारा 4.60 लाख रुपए निकाल लिए थे। खाते से डेढ़ लाख रुपए निकाले जाने पर तोमर ने शिकायत की, तो मामला सामने आया था।
सेठीनगर के बैंक मैनेजर पूनम दूबे की शिकायत पर केस दर्ज कर माधवनगर पुलिस ने रुपए विड्रा करने वाले राहुल राठौर को पकड़ा। पता चला अज्ञात व्यक्ति ने राहुल को नौकरी पर रख उससे राशि निकल वाई और फरार हो गया। पुलिस को ठग के मथूरा का होने का पता चला,लेकिन उसका नाम या फोटो नहीं मिला।