महाशिवरात्रि पर्व पर संकट मोचन मंदिर में भव्य शिव पार्थिव लिंग निर्माण एवं रात्रि भर पूजन-अर्चना : भोले बाबा (संयोजक)
*अलौकिक पार्थिव लिंग का,यजुर्वेदीय वेदोक्त मंत्रों से षोडशोपचार पूजन : (कर्मकांडीय)*
बांदा, 27 फरवरी: शिवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर संकट मोचन मंदिर परिसर में भव्य शिव पार्थिव लिंग निर्माण एवं पूजन समारोह का आयोजन किया गया। इस विशेष अनुष्ठान में आयोजक भोले महराज उर्फ़ नंदकिशोर तिवारी एवं संकट मोचन संकीर्तन समिति के सदस्यों ने पूरे दिन और रातभर विधि-विधान से विशेष पूजा-अर्चना की।
इस धार्मिक आयोजन में शहर के गणमान्य नागरिक, संत-महंत एवं सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर विशेष भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया, जिसमें संकट मोचन संकीर्तन समिति के सदस्यों ने अपनी सुरीली आवाज़ में शिव भजनों की प्रस्तुति दी। मंदिर परिसर “हर-हर महादेव” और “बम-बम भोले” के जयकारों से गूंज उठा, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया।
*शिव पार्थिव लिंग पूजन का धार्मिक महत्व*
आयोजक भोले महराज उर्फ़ नंदकिशोर तिवारी ने बताया कि शिव पार्थिव लिंग का निर्माण एवं पूजन करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन संकट मोचन संकीर्तन समिति के तत्वावधान में किया गया, जिसमें शहर के विभिन्न धार्मिक संगठनों एवं संत-महंतों का विशेष सहयोग रहा।
*संत-महंतों के प्रवचन और श्रद्धालुओं की भक्ति।*
इस अवसर पर उपस्थित संत-महंतों ने अपने प्रवचनों में शिव पार्थिव लिंग पूजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धालुओं को शिव आराधना करने का आह्वान किया। संतों ने कहा कि महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव पूजन, रुद्राभिषेक और संकीर्तन करने से सभी प्रकार के कष्टों का निवारण होता है और भगवान शिव की कृपा से जीवन में सुख-शांति आती है।पूरे आयोजन में श्रद्धालुओं की अपार आस्था देखने को मिली। रात्रि भर भजन-कीर्तन का आयोजन चलता रहा और श्रद्धालु शिव भक्ति में लीन होकर झूमते रहे।
*प्रसाद वितरण के साथ समापन*
रात्रि भर चले इस भव्य धार्मिक आयोजन के समापन पर सभी श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया गया। आयोजन को सफल बनाने में संकट मोचन संकीर्तन समिति, मंदिर के पुजारियों एवं स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा। यह भव्य शिवरात्रि आयोजन शहर में धार्मिक एवं आध्यात्मिक चेतना का संचार करने वाला साबित हुआ और श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव बना।





