नई दिल्ली: अगर आप अपनी मेहनत की कमाई को किसी अच्छी स्कीम में निवेश करने की सोच रहे हैं तो डेट फंड (Debt Funds) में कर सकते हैं। निवेश करने के लिए डेट फंड एफडी से बेहतर हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में इजाफे के बाद बैंकों ने लोन और जमा दरों दोनों की दरों को बढ़ा दिया है। देश के प्रमुख बैंक 1-5 साल की सावधि जमा (Fixed Deposit) पर 7. 5 फीसदी तक का ब्याज दे रहे हैं। इससे पहले की आप बैंकों की एफडी (FD) में निवेश करें बता दें कि अगर आपका निवेश करने का समय तीन वर्ष से ज्यादा है तो डेट फंड (Debt Funds) बेहतर ऑप्शन है। अगर डेट फंड्स (Debt Funds) को तीन वर्ष से ज्यादा समय तक रखा जाता है तो लाभ को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के रूप में देखा जाता है। इंडेक्सेशन के बाद 20 फीसदी पर टैक्स लगाया जाता है। होल्डिंग पीरियड के दौरान दौरान इंडेक्सेशन कंज्यूमर इंफ्लेशन को ध्यान में रखता है। ऐसे में म्यूचुअल फंड निवेश के लिए प्रभावी कर की दर फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में बहुत कम है।
इंडेक्सेशन बेनिफिट का करें इस्तेमाल
अगर लॉन्ग टर्म के लिए देखें तो इंडेक्शन बेनिफिट ज्यादा होता है। अगर आपने मार्च 2020 में डेट फंड में निवेश किया और मार्च 2023 में इसे भुनाया तो आपको तीन साल का फायदा मिलेगा। लेकिन अगर आप कुछ दिन इंतजार करते हैं और नए वित्त वर्ष में 31 मार्च के बाद निवेश को भुनाते हैं तो आपको एक साल का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। यही कारण है कि जानकार निवेशक वित्तीय वर्ष समाप्त होने से ठीक पहले डेट फंड और बॉन्ड पर स्टॉक करते हैं।
नहीं देना पड़ता है टीडीएस
आसानी से निकाल सकते हैं पैसा
डेट फंड से आप आसानी से पैसा निकाल सकते हैं। डेट फंड को माउस के एक क्लिक से भुनाया जा सकता है। जब आप अपना निवेश निकालने के लिए अप्लाई करते हैं तो यह अगले दिन आपके बैंक अकाउंट में पैसा जमा हो जाता है। फिक्स्ड डिपॉजिट को समय से पहले बंद भी किया जा सकता है, लेकिन आपको कम ब्याज दर मिलती है। इसके अलावा, डेट फंड में आपको आंशिक निकासी की भी परमिशन मिलती है।