हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है. एक बार फिर से उन्होंने ऐसा बयान दिया है जिस पर सियासत गरमा गई है. सबसे पहले आपको कंगना का बयान बताते हैं. दरअसल बीजेपी सांसद ने हिमाचल राज्य सरकार पर निशाने साधते हुए आरोप लगाया है कि प्रदेश की सरकार कर्ज लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देती है, जिससे राज्य का खजाना खोखला हो गया है. कंगना के इस बयान पर अब कांग्रेस ने पलटवार किया है.
हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि सोनिया गांधी पर कंगना रनौत की टिप्पणी मंडी सांसद के “बौद्धिक दिवालियापन” को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि अगर वो अपने बयानों का सबूत देने में विफल रहीं तो कांग्रेस उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेगी.
‘सबूत दिखाएं या माफी मांगें कंगना’
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हम एक सांसद के रूप में कंगना जी का सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने हमारी राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी जी के खिलाफ बयान दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे लगता है कि एक अनपढ़ व्यक्ति भी ऐसा नहीं करेगा. मंत्री ने साफ कहा कि या तो कंगना अपनी बात को साबित करें और सबूत दिखाएं या एक हफ्ते के अंदर माफी मांगें, नहीं तो कांग्रेस उन पर केस करेगी.
विक्रमादित्य की कंगना को चुनौती
मंत्री ने आगे कहा कि इससे बड़ा मूर्खतापूर्ण बयान नहीं हो सकता कि विकास के लिए केंद्र से आने वाला धन या राज्य का धन सोनिया गांधी को दिया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि वो बीजेपी सांसद कंगना को खुली चुनौती देते हैं कि वो 1 रुपए की भी हेराफेरी किए जाने का सबूत दिखाएं, या फिर इस तरह के निराधार और अनुचित आरोप लगाने के लिए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से माफी मांगें.
‘सोनिया राहत कोष में जाता है प्रदेश का रिलीफ फंड’
कंगना शिमला के एक गांव में बीजेपी सदस्यता अभियान की शुरुआत करने पहुंची थी. इसी दौरान उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि हर कोई जानता है कि राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है, और कांग्रेस शासित राज्य सरकारों ने अपने राज्यों को खोखला कर दिया है. उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार आपदा ऋण लेकर सोनिया गांधी को भेज देती है, जिससे जिससे राज्य का खजाना खोखला हो गया है. सांसद ने कहा कि अगर हम (केंद्र) आपदा फंड देते हैं, तो ये सीएम राहत कोष में जाता है, लेकिन हर कोई जानता है कि ये वहां से सोनिया राहत कोष में जाता है.