नई दिल्ली: किसी भी खेल में टीम के कप्तान की भूमिका काफी ज्यादा अहम होती है। मैदान में जो भी फैसले टीमें करती हैं उसमें कप्तान के साथ-साथ डग आउट में बैठे टीम प्रबंधन और कोचिंग स्टाफ का भी पूरा हाथ होता है। कप्तान और कोच मैच से पहले टॉस से लेकर हर तरह की परिस्थिति को लेकर रणनीति बनाते हैं। ऐसे में कप्तान मैच के दौरान जो भी फैसला लेता है वह उसी रणनीति के आसपास लेता है।
यही चीज भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका समेत अन्य टीमें भी फॉलो करती हैं। लेकिन पाकिस्तान के साथ ऐसा नहीं है। पाक का कप्तान केवल एक कठपुतली की तरह काम करता है। भले ही मैदान में फैसला टीम के लिए उनका कप्तान लेता हो, लेकिन उसमें चलती पाकिस्तान के वजीरे आलम की ही है। जिसका बड़ा खुलासा हाल ही में एक शो के दौरान पीसीबी के एक्स मीडिया मैनेजर ने किया है। उन्होनें सरफराज अहमद के साथ हुई नाइंसाफी के बारे में खुलकर बताया है।
जिसके चलते भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बोर्ड पर 336 रन लगा दिए। ऐसे में पाकिस्तान इस विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए 89 रनों से मुकाबला हार गई। जिससे इमरान खान नराज हो गए और उन्होनें सरफराज से कप्तानी छीन ली। इस पूरे मामले की पुष्टी खुद पाक के खेल पत्रकार इकबाल मिर्जा बैग ने की है। बता दें कि इमरान खान खुद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर रह चुके हैं।