इस्लामाबाद: पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है. सिंध प्रांत में एक हिंदू राज्य मंत्री पर हुए हमले ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है. ये हमला ऐसे समय में हुआ है जब पहले से ही पाकिस्तान में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं.




शनिवार को सिंध प्रांत में धार्मिक मामलों के राज्य मंत्री हिंदू मंत्री खील दास कोहिस्तानी के काफिले पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. प्रदर्शनकारी नहरों की योजना के खिलाफ रैली निकाल रहे थे. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद कोहिस्तानी थट्टा जिले से गुजर रहे थे, तभी प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले पर टमाटर और आलू फेंके और पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारे लगाए. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि हमले में कोहिस्तानी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
प्रधानमंत्री ने दिया जांच का आश्वासन
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कोहिस्तानी को फोन किया और उन्हें घटना की गहन जांच का आश्वासन दिया. रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा, “जन प्रतिनिधियों पर हमला अस्वीकार्य है, घटना में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी.”
पाक नेताओं ने की निंदा
सांसद हिंदू मंत्री खील दास कोहिस्तानी पर हुए हमले की पाकिस्तान के कई नेताओं ने निंदा की है. सूचना मंत्री अत्ता तरार ने सिंध के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) गुलाम नबी मेमन से घटना का ब्योरा और संघीय आंतरिक सचिव से रिपोर्ट मांगी है. सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने भी इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने कहा कि किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. उन्होंने हैदराबाद इलाके के पुलिस उप महानिरीक्षक को हमले में शामिल लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने और एक रिपोर्ट देने के निर्देश दिया है.
कौन हैं खील दास कोहिस्तानी?
नेशनल असेंबली की वेबसाइट के अनुसार, कोहिस्तानी सिंध के जमशोरो जिले से हैं और 2018 में PML-N से पहली बार संसद के सदस्य बने थे. पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद, उन्हें 2024 में फिर से चुना गया और उन्हें राज्य मंत्री बनने का मौका मिला.
