लंबे समय से फिल्मों से दूर चल रहीं विद्या बालन अब अपने कमबैक को लेकर चर्चा में हैं। विद्या बालन अनु मेनन निर्देशित ‘नीयत’ से वापसी कर रही हैं। यह एक ऐसी सस्पेंस भरी कहानी है जिसमें विद्या जासूस की भूमिका में नजर आ रही हैं। एक अरबपति की पार्टी में रहस्यमयी हत्याओं की जांच की जिम्मेदारी विद्या बालन को दी जाती है। हालांकि, हम यहां विद्या की इस अपकमिंग फिल्म को लेकर बातें नहीं करने जा रहे हैं, बल्कि उन किस्सों की करने जा रहे हैं जब फिल्म वाले एक्ट्रेस को पनौती मानने लगे थे।
प्रड्यूसर ने विद्या बालन से उनकी जन्म कुंडली तक मांग डाली
मजेदार तो ये है कि एक प्रड्यूसर ने विद्या बालन से उनकी जन्म कुंडली तक मांग डाली थी। इसके बाद तो विद्या को भी लगने लगा कि कहीं वो पनौती तो नहीं हैं। फिल्मों में काम करने के लिए विद्या को काफी स्ट्रगल करना पड़ा है। वो ऑडिशन देतीं और सामने से लोग उन्हें ना कर देते। हालांकि, विद्या इन वजहों से रुकी नहीं और कोशिश करती रहीं। फिल्म ‘परिणीता’ के लिए उन्होंने ऑडिशन दिए तो कई बार इसके लिए स्क्रीन टेस्ट भी देना पड़ा था।
‘तब मुझे नहीं पता था कि हिरोइन बनना मेरे लिए कांटों का ताज साबित होगा’
विद्या बालन अपनी ये कहानी खुद बता चुकी हैं। अपने एक इंटरव्यू में विद्या ने कहा था कि जब टीवी शोज़ करके वह ऊब गई थीं तो वह फिल्मों की तरफ मुड़ीं। तब विद्या ने साउख का रुख किया और फिर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें उनकी पहली मलयालम फिल्म मिली और ये फिल्म दक्षिण के सुपरस्टार मोहनलाल के साथ थी। विद्या ने कहा था, ‘तब मुझे नहीं पता था कि हिरोइन बनना मेरे लिए कांटों का ताज साबित होगा। दरअसल एक ऐड फिल्म में मेरा काम देखकर मुझे चुना गया था। मुझे जैसे ही मोहनलाल के साथ फिल्म मिली इसके तुरंत बाद मुझे मलयालम की 12 फिल्मों के ऑफर मिल गए। अब मैं सातवें आसमान पर थी।’
फिल्म की शूटिंग रुकी तुरंत लोगों ने विद्या को पनौती करार दे दिया
उन्होंने बताया कि इस फिल्म के लुक टेस्ट के लिए उनके पैरेंट और दीदी भी मुंबई से साउथ आईं। इसके बाद फिल्म लगभद आधी बन चुकी थी कि अचानक ये ठंडे बस्ते में चली गई। और उन दिनों मोहनलाल कई हिट फिल्में दे चुके थे और उनकी इस फिल्म से भी काफी उम्मीदें थीं। अब जैसे ही मोहनलाल के साथ इस फिल्म की शूटिंग रुकी तुरंत लोगों ने विद्या को पनौती करार दे दिया था।
विद्या को कई फिल्मों से बाहर कर दिया गया था
विद्या ने कहा था, ‘मुझे उम्मीद थी कि जल्द ही मेरी दूसरी फिल्में शुरू होंगी लेकिन अखबारों से पता लगा कि पनौती करार दिए जाने के कारण मुझे कुछ फिल्मों से बाहर कर दिया गया। इन वजहों से मैं निराश होने लगी।’ इसके बीद एक फोन आया और कहा गया कि ‘एक दूजे’ फेम के बालाचंदर के साथ उन्हें न्यू ज़ीलैंड के आउटडोर शेड्यूल पर जाना है। और फिर विद्या अपने पासपोर्ट और डॉक्यूमेंट्स जमा करने में लग गईं। आपको जानकर हैरानी होगी कि बाद में यहां से भी उन्हें ना सुनना पड़ा।
‘मुझे नॉन डांसर और बदसूरत कह कर रिजेक्ट किया गया’
विद्या ने कहा था, ‘रिजेक्शन के अजीबो-गरीब दौर से गुजरी मैं। उन दिनों एक फिल्म के तो बड़े-बड़े पोस्टर लग गए थे, एक शेड्यूल पूरा भी हो गया और फिर जब मैंने सुना कि उन्होंने मेरी जगह किसी और को ले लिया है तो मेरी आंखों से आंसू निकल पड़े।’ विद्या ने कहा, ‘मुझे नॉन डांसर और बदसूरत कह कर रिजेक्ट किया गया। एक प्रड्यूसर ने तो फिल्म साइन करने से पहले मेरे हॉरोस्कोप की मांग की।’
‘हिरोइन बनने का मौका मुझे प्रदीप सरकार ने दिया’
इसके बाद हिरोइन बनने का मौका मुझे प्रदीप सरकार ने दिया। उनके एक असिस्टंट से एक फिल्म फेस्टिवल में मिली। विद्या ने उन्हें बताया कि मैं दादा के विडियोज़ की दीवानी हूं और उनके साथ काम करना चाहती हूं। और इसके दो साल बाद उन्हें फिल्म मिली। खैर, सारी मुश्किलों को विद्या ने बखूबी पार भी किया और अपने लिए एक खास जगह बना पाने में सफल भी रहीं।