भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेकर राहुल गांधी सोमवार सुबह दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पहुंचे। राहुल के पूर्व PM की समाधि पर पहुंचने के बाद भाजपा ने उन पर हमला बोल दिया है। भाजपा ने कहा है कि अगर कांग्रेस वाकई अटलजी का सम्मान करती है, तो उन्हें अंग्रेजों का मुखबिर कहने वाले गौरव पांधी को कांग्रेस से निकालें। साथ ही उनके बयान के लिए माफी भी मांगें।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने विवाद के बाद अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। पांधी ने रविवार यानी 25 दिसंबर को अटल की जयंती के मौके पर कहा था- 1942 में RSS के अन्य सदस्यों की तरह अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन का बहिष्कार किया। उन्होंने आंदोलन में शामिल होने वाले वालों के खिलाफ ब्रिटिश मुखबिर के तौर पर काम किया।
खड़गे ने पांधी को AICC का कोऑर्डिनेटर बनाया
अटल जी पर गौरव पांधी के बयान को आपने देखा, अब जान लीजिए कि पांधी कौन हैं और नेशनल पॉलिटिक्स में बहुत ज्यादा चर्चित न रहने वाले इस नेता के बयान पर विवाद क्यों हुआ है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चार नेताओं को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, यानी AICC का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है। इनमें राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन, प्रणव झा, गुरदीप सिंह सप्पल और गौरव पांधी शामिल हैं।
39 साल के गौरव पांधी चारों नेताओं में सबसे युवा हैं। कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद खड़गे की तरफ से की गई पहली नियुक्ति इन चारों कोऑर्डिनेटर्स की ही थीं। खास बात यह है कि ये सभी नेता पार्टी अध्यक्ष के कार्यालय के तहत काम करेंगे। लिहाजा, पांधी के बहाने भाजपा ने पूरी कांग्रेस पर हमला बोला है।