शंकरगढ़(प्रयागराज) गिरफ्तारी सत्ता पक्ष की करनी हो तो प्रशासन कैसे बैक फुट पर नजर आती है । जिसका उदाहरण भाजपा के जिला उपाध्यक्ष एवं विद्यालय प्रबंधक संतोष त्रिपाठी पर बहुत सटीक बैठ रही है । कुछ माह पूर्व भाजपा के जिला उपाध्यक्ष एवं विद्यालय प्रबंधक संतोष त्रिपाठी सहित सात लोगों पर शंकरगढ़ के चुंदवा ग्राम पंचायत स्थित राम जानकी समिति यज्ञशाला की करोड़ो की जमीन पर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराके हड़पने के मामले में रामदास महाराज जी के तहरीर पर प्रयागराज जिले के पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के आदेश पर शंकरगढ़ थाना में विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था । जिसको लेकर भाजपा नेता एवं विद्यालय प्रबंधक समेत सत्ता पक्ष के जिला कमेटी में बैठे नेताओं में भी लहचल मच गई थी । यही वजह है कि छः माह बीत जाने के बाद भी प्रशासन सत्ताधारी भाजपा जिला उपाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी की गिरफ्तारी के लिए उस पर हाथ नहीं डाल रही है । प्रशासन के अब तक की कार्रवाई पर नजर डाले तो इसमें निष्पक्ष कार्रवाई कम और सत्ता पक्ष को खुश रखने की जिद्दोजहद ज्यादा नजर आती है । घटना से कुछ माह बीतते ही पुलिस चार्जशीट भेज दी थी , जबकि मुख्य आरोपी भाजपा नेता संतोष त्रिपाठी को पुलिस अब तक नहीं पकड़ सकी । सिर्फ पुलिस ही नहीं यहां सवाल जिले में बैठे सरकार के उन नुमाइंदों में से भी है जो पार्टी की जिला कमेटी में बैठकर मौन साधे हुए हैं । प्रश्न उठता है कि क्या सत्ता पक्ष संतोष त्रिपाठी को बचाना चाहती है अगर नही तो फिर इतनी तटस्थता क्यो