नई दिल्ली: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ना सिर्फ अपने खेल से बल्कि मैदान पर अपनी शालीनता के लिए भी जाने जाते थे। यही कारण है कि सचिन के व्यवहार से विरोधी भी दिल हार बैठते थे। ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक के साथ हुआ जब उन्होंने सचिन उलझने से कोशिश की थी। दरअसल यह घटना साल 1997 की है जब भारत और पाकिस्तान की टीम कनाडा के टोरंटो में वनडे मैच खेल रही थी।
सकलैन मुश्ताक ने नादिर अली के पॉडकास्ट में एक पुराने घटना को याद करते हुए बताया कि एक बार जब उन्होंने सचिन को स्लेज करने की कोशिश की तो उनका जवाब सुनकर वह रह परेशान हो गए। सचिन के जवाब के बाद उनका खेल इस कदर बदला कि उन्हें ऐसा लगा जैसे किसी ने उनके गाल पर थप्पड़ जड़ दिया हो।
सकलैन ने बताया कि, ‘ स्लेजिंग के बाद मैंने सचिन को जब अपना ओवर खत्म किया तो वह मेरे पास आया और बड़े ही शालीनता से मुझसे कहा कि सैकी मैंने कभी सोचा नहीं था कि तुम ऐसा करोगे। मुझे तुम उस तरह के इंसान नहीं लगते थे जो इस तरह के शब्द किसी को कहेगा। मैं तुम्हें एक अच्छा इंसान समझता था। उसकी इस बात को सुनकर मैं हैरान था। इसके बाद अगले तीन-चार ओवर तक मैं उसकी ही बातों को सोचता रह गया।’
इस घटना को याद करते हुए सकलैन ने कहा, ‘जब आप किसी से कठोरता से पेश आते हैं और सामने वाला इंसान फिर भी अच्छे से बात करता है तो आप उसके बारे में सोचने लगते हैं। सचिन की बातें देर मेरे ख्यालों में रहे। इसके बाद वह चार-पांच ओवर तक कम से एक चौका मार दे रहा था। मैं भी उसकी बल्लेबाजी सम्मान कर रहा था, लेकिन जब उन्होंने क्रीज से बाहर निकल मुझे चौका मारा तब मुझे समझ आया कि सचिन ने मेरे दिमाग के साथ खेल कर दिया है। उसके इस चौके के बाद मुझे बहुत खराब लगा। तब तक वह बल्लेबाज में पूरी तरह से सेट हो चुके। हालांकि इसके बाद मैं होटल रूम में उससे मिला और कहा कि तुम चालाक खिलाड़ी हो।’
काउंटी के बाद चमका था सकलैन का सितारा
भारत और पाकिस्तान की टीम 1996 से 1998 के बीच कनाडा में 16 वनडे मैच खेले। इस बीच 1997 का साल सकलैन मुश्ताक के लिए सबसे शानदार रहा। काउंटी में अपनी गेंदबाजी निखारने के बाद नेशनल टीम के लिए खूब धमाल मचाया। उन्होंने 1997 में वनडे क्रिकेट में कुल 69 विकेट अपने नाम किए थे। वनडे क्रिकेट में एक कैलेंडर ईयर में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अब तक बरकरार है।