नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने एयर इंडिया की उड़ान में महिला सहयात्री पर कथित तौर पर पेशाब करने वाले व्यक्ति को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया। वहीं, एयरलाइन के सीईओ ने इस घटना (Air India urinate Case) के लिए माफी मांगी हैं। सीईओ ने कहा कि चालक दल के चार सदस्यों तथा एक पायलट को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है। साथ ही एयरलाइन विमान में शराब (Alcohol in Flight) परोसने की अपनी नीति की समीक्षा कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने 34 वर्षीय शंकर मिश्रा को तकनीकी निगरानी के जरिए बेंगलुरु से गिरफ्तार किया।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
दिल्ली की एक अदालत ने बाद में मिश्रा को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जबकि उसे पुलिस हिरासत में दिये जाने संबंधी पुलिस की याचिका को खारिज कर दिया। पुलिस ने यह कहते हुए उसकी तीन दिन की रिमांड मांगी थी कि शंकर मिश्रा से पूछताछ इसलिए जरूरी है ताकि चालक दल के सदस्य, कैप्टन उसकी पहचान कर सकें। आदेश पारित करते हुए मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अनामिका ने कहा कि चालक दल के सदस्यों और सह-यात्रियों सहित अन्य गवाहों के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस को मिश्रा की हिरासत की आवश्यकता नहीं है। न्यायाधीश ने कहा, ‘सिर्फ इसलिए कि जनता का दबाव है, ऐसा मत करें। कानून का पालन करें।’
26 नवंबर का है मामला
आरोपी शंकर मिश्रा ने पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एअर इंडिया की एक उड़ान की बिजनेस क्लास में नशे की हालत में एक बुजुर्ग महिला पर कथित तौर पर पेशाब कर दिया था। दिल्ली पुलिस ने महिला द्वारा एयर इंडिया को दी गई शिकायत के आधार पर चार जनवरी को मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। भारत में अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी वेल्स फारगो के साथ काम कर रहे मिश्रा को शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया गया था।
एयर इंडिया के सीईओ ने मांगी माफी
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने इस घटना के लिए माफी मांगी और कहा कि चालक दल के चार सदस्यों तथा एक पायलट को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है। घटना से उचित तरीके से न निपटने के लिए आलोचनाओं के बीच विल्सन ने एक बयान में कहा कि एयरलाइन इस मामले से बेहतर तरीके से निपट सकती थी। उन्होंने ऐसे अनुचित व्यवहार की शिकायत करने के लिए मजबूत तंत्र बनाने का वादा किया। उन्होंने कहा, ‘एअर इंडिया उड़ान के दौरान ऐसी घटनाओं को लेकर बहुत चिंतित है, जहां यात्रियों को हमारे विमान में अपने सहयात्रियों के निंदनीय कृत्यों को सहना पड़ा है। हम इन घटनाओं से दुखी हैं तथा खेद जताते हैं।’ विल्सन ने कहा, ‘एअर इंडिया यह मानती है कि वह उड़ान के दौरान तथा बाद में इन मामलों से बेहतर तरीके से निपट सकती थी और वह कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
क्या एयर इंडिया ने नहीं किया प्रावधानों का पालन?
डीजीसीए ने गुरुवार को कहा था कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि एयर इंडिया ने विमान में यात्री के अनुचित व्यवहार से निपटने से जुड़े प्रावधानों का पालन नहीं किया। बेंगलुरु पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी बेंगलुरु के संजय नगर में अपनी बहन के घर रह रहा था और बेंगलुरु पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में दिल्ली पुलिस की मदद की।
इस तरह पकड़ा गया आरोपी
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मिश्रा ने तीन जनवरी को अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था और उसकी आखिरी लोकेशन बेंगलुरु में पायी गयी थी। उन्होंने बताया कि वह बेंगलुरु में यात्रा करने के लिए टैक्सी लिया करता था। उसके यात्रा का ब्यौरा निकाला गया और उस रास्ते का पता लगाया गया, जिससे वह अपने कार्यालय जाता था। पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 294, 354, 509, 510 और विमान कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एफआईआर में यह है मामला
एफआईआर के अनुसार, 26 नवंबर को एआई-102 विमान में भोजन परोसे जाने के बाद जब बत्तियां बंद की गईं, तो ‘बिजनेस क्लास’ में 8ए सीट पर बैठा नशे में धुत एक पुरुष यात्री, एक बुजुर्ग महिला की सीट के पास गया और उन पर पेशाब कर दिया। दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, आरोपी ने महिला से उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज न कराने की मिन्नतें करते हुए कहा था कि वह पारिवारिक व्यक्ति है और वह नहीं चाहता कि उसकी पत्नी तथा बच्चे पर इस घटना का असर पड़े।
दो घंटे कराया इंतजार
आरोपी को देश छोड़कर जाने से रोकने के लिए मिश्रा के खिलाफ एक ‘लुकआउट सर्कुलर’ जारी किया गया था। इस बीच एक अन्य सहयात्री ने अपनी शिकायत में कहा है कि पायलट ने पीड़िता को एक नई सीट आवंटित करने से पहले लगभग दो घंटे तक इंतजार कराया। अमेरिका में ऑडियोलॉजी के डॉक्टर सौगत भट्टाचार्जी दिल्ली जाने वाली उड़ान की ‘बिजनेस क्लास’ में आरोपी के बगल वाली सीट पर बैठे थे। भट्टाचार्जी ने एयरलाइन को एक लिखित शिकायत में कहा कि प्रथम श्रेणी में चार सीटें खाली होने के बावजूद पीड़ित यात्री को उसकी गंदी सीट पर ही वापस जाने के लिए मजबूर किया गया।
इस तरह भट्टाचार्जी को पता चला
शिकायत में भट्टाचार्जी ने कहा कि वह ‘बिजनेस क्लास’ की पहली पंक्ति में 8ए (विंडो) पर आरोपी शंकर मिश्रा के बगल में बैठे थे और मिश्रा सीट 8सी पर थे। इसमें कहा गया है कि जेएफके न्यूयॉर्क से आईजीआईए, नई दिल्ली एआई 102 उड़ान में दोपहर का भोजन दिया गया और भोजन के बाद लाइट बंद कर दी गई। इसमें कहा गया है कि ‘बिजनेस क्लास’ की सीट पर बैठा नशे में धुत पुरुष यात्री बुजुर्ग महिला की सीट (9ए) पर चला गया, और उसने अपनी पैंट की जिप खोली और उन पर पेशाब किया। भट्टाचार्जी ने कहा कि जब शंकर उन पर गिरे तो उनकी नींद खुल गई। उन्होंने कहा, ‘मैंने शुरू में सोचा कि उड़ान के कारण उसने अपना संतुलन खो दिया। हालांकि, जब मैं शौचालय जा रहा था, मैंने 9ए और 9सी के अपने दो साथी यात्रियों को परेशानी में देखा।’
कागज के टुकड़े पर लिखी शिकायत
उन्होंने कहा कि 9ए सीट वाली महिला गैलरी क्षेत्र में आई, वह पूरी तरह गीली थी। उन्होंने कहा, ‘हम यह जानकर चौंक गए कि मेरा सह-यात्री (8सी) इतना नशे में था कि वह अगली पंक्ति में गया और उस यात्री पर पेशाब कर दिया।’ इस दौरान दो विमान परिचारिका ने उन्हें साफ करने, उनके कपड़े बदलने और उनके सामान तथा सीट को साफ करने में मदद की। ऐसा बताया जाता है कि भट्टाचार्जी ने स्थिति को संभालने के बारे में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए एक शिकायत पुस्तिका के बारे में चालक दल से पूछा, लेकिन उन्हें एक कागज का टुकड़ा दे दिया गया। उन्होंने उस कागज पर अपनी शिकायत लिख दी।