नई दिल्ली : भारतीय नौसेना की वायु संचालन अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत यहां गणतंत्र दिवस परेड में अपने बल के 144 युवा नौसैनिकों की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी वहीं नौसेना की झांकी ‘नारी शक्ति’ को प्रदर्शित करेगी। नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि कर्तव्य पथ पर परेड में तीन महिलाएं और पांच पुरुष अग्निवीर भी शामिल होंगे। अमृत के अलावा, एक अन्य महिला अधिकारी- सब लेफ्टिनेंट वल्ली मीना एस नौसैनिक दल के तीन प्लाटून कमांडरों में शामिल होंगी।
कर्नाटक के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग स्नातक, 29 वर्षीय अमृत वर्ष 2008 में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की गणतंत्र दिवस टीम का हिस्सा थीं और उन्होंने दिल्ली में आयोजित होने वाले समारोह में सेना के तीनों अंगों में से एक के ‘मार्चिंग’ दल का हिस्सा बनने का सपना देखा था। उन्होंने कहा, "2008 के बाद से, मैं सशस्त्र बलों के गणतंत्र दिवस दल का हिस्सा बनने का सपना देख रही थी। यह एक अद्भुत अवसर है जो भारतीय नौसेना ने मुझे (नौसैन्य दल का नेतृत्व करने के लिए) दिया है।"
मैंगलुरु की रहने वाली अमृत 2016 में नौसेना में शामिल हुई थीं और 2017 में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह स्थित एक प्रमुख नौसैन्य प्रतिष्ठान में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि मैं डोर्नियर विमान की एविएटर हूं और विमान में उड़ानें भरती रही हूं।’ पिछले महीने, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा था कि नौसेना 2023 से महिलाओं के लिए अपनी सभी शाखाएं खोलने पर विचार कर रही है। अपने अनुभव साझा करते हुए अमृत ने कहा कि वह हमेशा सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहती थीं और कुछ हद तक उनके माता-पिता ने भी उन्हें इसके लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा, "मेरे पिता भी सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहते थे, लेकिन नहीं बन सके। मुझे नौसेना का हिस्सा होने पर गर्व है और मैं पूरे जोश एवं समर्पण के साथ नौसेना की सेवा करना जारी रखूंगी। सेना में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर अमृत ने कहा, "मैं शारीरिक, भावनात्मक रूप से मजबूत हो गई हूं तथा अब मैं अधिक आत्म-संचालित हूं। भारतीय नौसेना के 80 संगीतकारों के प्रसिद्ध ब्रास बैंड का नेतृत्व एम एंटनी राज करेंगे, जो भारतीय नौसैन्य गीत ‘जय भारती’ बजाएंगे।
नियंत्रक कार्मिक सेवा (सीपीएस) वाइस एडमिरल सूरज बेरी ने कहा कि नौसेना की झांकी का विषय ‘भारतीय नौसेना – युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, संसक्त और भविष्य का प्रमाण’ होगा। उन्होंने कहा कि झांकी को भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के साथ-साथ स्वदेशी रूप से निर्मित प्रमुख मंचों को रेखांकित करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा, "झांकी का उद्देश्य भारतीय नौसेना में ‘नारी शक्ति’ को उजागर करना भी है।"