इस्लामाबाद: पाकिस्तान कागजों पर दिखा रहा है कि उसकी अर्थव्यवस्था का संकट खत्म होने लगा है। लेकिन जमीन पर सच्चाई कुछ और ही है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ रहा है। दुनिया को दिखाने के लिए पाकिस्तान चाहे जितनी आंकड़ों की बाजीगरी करता रहे, लेकिन जमीनी हकीकत संकट की गवाही दे रही हैं। पाकिस्तान के प्रमुख कार असेंबलर इंडस मोटर कंपनी (IMC) ने शुक्रवार को आयात और निर्यात में होने वाली दिक्कतों के कारण प्लांट बंद करने की घोषणा की है। यह कंपनी टोयोटा कार को असेंबल करती है।
कंपनी के मुताबिक प्लांट को चार दिनों के लिए बंद किया जाएगा। इस साल यह दूसरी बार है जब कंपनी की ओर से कुछ ऐसा फैसला लिया गया है। कंपनी ने पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज को प्लांट बंद करने से जुड़ा नोटिस भेजा है। नोटिस के मुताबिक उत्पादन 24 मार्च से 27 मार्च तक पूरी तरह बंद रहेगा। IMC के मैनेजमेंट ने कहा है कि बैंकों की ओर से कच्चे माल का आयात करने के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (LCs) देने में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा माल बंदरगाह पर भी पड़े हैं, लेकिन उनका क्लियरेंस नहीं दिया जा रहा है।
पहले भी बंद किया था प्लांट
स्टॉक एक्सचेंज को दिए गए नोटिस में कहा गया, ‘इससे कंपनी की सप्लाई चेन बाधित हुई है। कंपनी और उसे विक्रेता कच्चे माल की आपूर्ति करने में असमर्थ हैं।’ सत्ता में शहबाज शरीफ सरकार के आने के बाद तेजी से देश का विदेशी मुद्रा भंडार कम हो रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने के नाम पर बैंकों की ओर से LCs नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण आयात होने में दिक्कत हो रही है। इससे पहले IMC ने पाकिस्तान में 1 से 14 फरवरी तक भी प्लांट बंद किया था। इसके अलावा 15 फरवरी से सिर्फ एक शिफ्ट में काम हो रहा है।
गाड़ियों के बढ़ रहे दाम
पाकिस्तान के ऑटो सेक्टर में बिक्री में 40 फीसदी से ज्यादा की गिरावट हुई है। ऑटो सेक्टर से जुड़े लोगों का मानना है कि आने वाले छह महीने पिछले सात महीनों की तुलना में बेहद कठिन होंगे। हालांकि इसके बावजूद पाकिस्तान में ऑटो कंपनियों ने गाड़ियों का दाम बढ़ा दिया है। कई कार असेंबलरों ने एक ही महीने में कई बार दाम बढ़ाए हैं। डॉलर के मुकाबले लगातार गिर रहे पाकिस्तानी रुपए के कारण ऑटो पार्ट्स का आयात महंगा होता जा रहा है।