कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर से भारत पर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का वहीं पुराना आरोप दोहराया है. ट्रूडो ने दावा किया कि उनके पास निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट्स के संभावित रूप से शामिल होने के सबूत हैं और उन्होंने कुछ हफ्ते पहले कनाडा ने ये सबूत नई दिल्ली (भारत सरकार) को सौंपे हैं.
ट्रूडो ने दोहराए आरोप
ओटावा में मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रूडो ने कहा, ‘कनाडा ने उन विश्वसनीय आरोपों को साझा किया है जिनके बारे में मैंने सोमवार को बात की थी. हमने ऐसा कई सप्ताह पहले किया था. हम भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करने के लिए वहां हैं. हमें उम्मीद है कि वे हमारे साथ जुड़ेंगे ताकि हम इस गंभीर मामले की तह तक पहुंच सकें.’
ट्रूडो ने कहा कि ओटावा के पास जून में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से भारतीय सरकारी एजेंटों को जोड़ने वाली विश्वसनीय खुफिया जानकारी थी, जिस पर नई दिल्ली ने नाराजगी व्यक्त की थी. 45 साल का निज्जर कनाडा का नागरिक था. सीबीसी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से गुरुवार को अलग से रिपोर्ट देते हुए कहा कि कनाडाई सरकार ने सिख अलगाववादी नेता की हत्या की एक महीने की जांच में मानवीय और सिग्नल दोनों तरह की खुफिया जानकारी एकत्र की है.
हवा हवाई है ट्रूडो का दावा
हालांकि ट्रूडो का दावा हवा हवाई ही नजर आ रहा है. दरअसल, भारत साफ कर चुका है कि खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में उसका कोई हाथ नहीं है. साथ ही भारत ने कनाडा से वो सबूत भी मांगे, जिनका ट्रूडो लगातार जिक्र कर रहे हैं. लेकिन कनाडा की ओर से भारत को इसके बारे में न कोई जानकारी दी गई और न ही सबूत.
अमेरिका का बयान
भारत-कनाडा विवाद पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने कहा, ‘…हम बेहद चिंतित हैं…हम कनाडा सरकार और कनाडाई साझेदारों के साथ नियमित संपर्क में हैं…हमने भारत सरकार के साथ बातचीत की है. लेकिन निश्चित रूप से, हम किसी निजी राजनयिक बातचीत में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. भारत सरकार में साझेदारों के साथ बातचीत हुई है.’
ट्रूडो ने संसद में भारत पर लगाए थे आरोप
19 सितंबर को जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था, ‘बीते कुछ हफ्तों से कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर और भारत सरकार के संभावित कनेक्शन के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय तौर पर जांच कर रही है. कनाडा कानून का पालन करने वाला देश है. हमारे नागरिकों की सुरक्षा और हमारी संप्रभुता की रक्षा मौलिक है.’
ट्रूडो के आरोपों पर भारत का जवाब
वहीं कनाडा के डबल स्टैंडर्ड को भारत ने दुनिया के सामने एक्सपोज कर दिया है. कनाडा सरकार के आरोपों का भारत की तरफ से करारा जवाब दिया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने कनाडा की धरती पर आतंकवादी गतिविधियों के बारे में उन्हें जानकारी दी. लेकिन कनाडा ने कोई विशेष जानकारी (निज्जर की हत्या को लेकर) भारत के साथ शेयर नहीं की है. कनाडा आतंकवादी गतिविधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है. उन्होंने कहा, सबसे बड़ा मुद्दा कनाडा और पाकिस्तान द्वारा वित्त पोषित और समर्थित आतंकवाद है.