पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का ‘लॉन्ग मार्च’ गुरुवार को फिर से शुरू हो गया। इस्लामाबाद तक का यह मार्च पंजाब प्रांत में वजीराबाद के उसी स्थान से शुरू हुआ है जहां पिछले हफ्ते पार्टी प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर प्राणघातक हमला किया गया था। ‘हकीकी आज़ादी’ (असली आज़ादी) मार्च तीन नवंबर को 70 वर्षीय खान पर हमले के बाद स्थगित कर दिया गया था। खान जल्द चुनाव कराने की मांग को लेकर यह मार्च निकाल रहे हैं। यह मार्च जब वज़ीराबाद पहुंचा था तब ट्रक पर रखे उस कंटेनर पर दो बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी थी जिसमें खान सवार थे। इस हमले में पीटीआई प्रमुख के दाहिने पैर में गोली लगी थी। वहीं पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है तथा 11 अन्य जख्मी हो गए थे।
खान के धर्मार्थ संगठन के स्वामित्व वाले शौकत खानम अस्पताल में उनका इलाज किया गया है। डॉक्टरों ने उन्हें चार से छह हफ्ते आराम करने की सलाह दी है। वीडियो के जरिए अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए खान ने आरोप लगाया कि सितंबर में उनकी हत्या की साज़िश रची गई थी। उन्होंने दावा किया कि इस वारदात को साजिश के तहत अंजाम दिया गया था। खान ने कहा, ‘मैं साफ कर देना चाहता हूं कि यह योजना सितंबर में तैयार की गई थी। 24 सितंबर को एक जनसभा में मैंने कहा था कि योजना बना ली गई है और वे इसके लिए धार्मिक कट्टरपंथी को कसूरवार ठहराएंगे।’
खान ने कहा कि जो लोग उनकी हत्या कराना चाहते हैं, उन्होंने उनका
कत्ल ‘धार्मिक कट्टरपंथी’ से कराने की साज़िश रची है ताकि वे इसकी
जिम्मेदारी से बच सकें। PTI प्रमुख ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री
राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल नसीर पर उनकी हत्या की साजिश रचने का
आरोप लगाया है। खान की गैर हाजिरी में मार्च का नेतृत्व करते हुए, पूर्व
विदेश मंत्री व पार्टी के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने पहले कहा था कि
पार्टी अध्यक्ष जल्द ही इस्लामाबाद तक ‘लॉन्ग मार्च’ में अपने समर्थकों के
साथ शामिल होंगे। उन्होंने वज़ीराबाद में मार्च में शिरकत करने वाले लोगों
से कहा, ‘आज मैं एक स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि पीटीआई का काफिला आगे
बढ़ रहा है। नई विचारधारा का पाकिस्तान बनाना है तो इमरान खान का साथ देना
होगा।’
उनके साथ हम्माद अज़हर, फैसल जावेद, असद उमर, फवाद चौधारी समेत अन्य नेता
मौजूद थे। फैसल जावेद हमले में जख्मी हुए लोगों में शामिल थे। खान ने पहले
मंगलवार को ‘लॉन्ग मार्च’ फिर से शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में
पार्टी ने फैसला बदलते हुए बृहस्पतिवार से मार्च शुरू करने का निर्णय लिया।
मार्च 10 से 14 दिन में रावलपिंडी पहुंचेगा और खान वहां पर इसमें शामिल
होंगे।
जियो टीवी की खबर के मुताबिक, एक बयान में, पीटीआई ने कहा कि फैसलाबाद और देश के अन्य हिस्सों के नेता समूहों में रावलपिंडी की ओर बढ़ेंगे, जबकि नवंबर के तीसरे हफ्ते में और काफिले शहर पहुंचेंगे। इस बीच, बृहस्पतिवार को तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया जाएगा , जो संयुक्त जांच दल को स्थानीय पुलिस की ओर से की गई तहकीकात का ब्यौरा देगा।