50 साल में पहली बार ऐसे हालात देखे हैं। रॉकेट के हमले तो हुए ही, साथ मे हमारे घरों के आसपास सड़कों पर आतंकी गन लेकर घूमते दिखे। लोगों को गाड़ियों में भरकर गाजा की तरफ ले जाने लगे। इजराइल के साउथ एरिया में ज्यादा भारतीय रहते हैं। उसी इलाके में ज्यादा रॉकेट अटैक हुए।_ …इजराइल के तेल अवीव में रेस्टोरेंट ओनर रीना पुष्करना ये बताते हुए बेहद परेशान नजर आती हैं।
_मुझे पता चला कि गाजा पट्टी की तरफ से मिसाइल अटैक हो रहा है। मैंने डोरोन को कॉल किया, उसने बताया कि वो किसी सिक्योरिटी रूम में है। वहां बम और गोलियों की आवाजें आ रही थीं। मुझे अंदाजा हो गया कि वो मुश्किल में है। कुछ देर बाद मैंने उसे मैसेज करके पूछा, वहां क्या चल रहा है। जवाब में डोरोन ने लिखा- मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा। मैं आर्मी कैंप पहुंचने की कोशिश कर रही हूं। उसने मुझे सिक्योरिटी रूम में खेलते बच्चों की फोटो भेजी। 15 मिनट बाद मैंने डोरोन को फिर मैसेज किया। पूछा कि अब वहां क्या हो रहा। उसका जवाब नहीं आया। कुछ मिनट बाद उसने मेरे भाई और अपने पति योहनी को कॉल किया। बताया- घर में आतंकी घुस आए हैं। वे मां के पार्टनर को उठा ले गए। मुझे लगा था कि आतंकी चले गए हैं, लेकिन वो वापस आ गए।_ …ये बोलते हुए इजराइल की यारदेन फूट-फूट कर रोने लगती हैं।
7 अक्टूबर 2023, एक आम दिन की तरह ही जब इजराइल के लोग सुबह सोकर उठते हैं, तो देश का नजारा बदल चुका था। हमास ने सुबह करीब 6 से 6:30 के बीच रॉकेट से इजराइल पर हमले शुरू कर दिए थे। इस बीच इजराइल का बॉर्डर पार करके हमास के लड़ाके लोगों पर गोलियां बरसाने लगे। धीरे-धीरे गाजा बॉर्डर के पास इजराइली शहरों में जगह-जगह लाशें बिछ गईं। अब इजराइल की सेना गाजा स्ट्रिप से लगे इजराइली शहरों और कस्बों को हमास के कब्जे से छुड़ा चुकी है। इजराइली सैनिकों को यहां एक के बाद एक शव बरामद हो रहे हैं। हमास ने इजराइल की 20 लोकेशन को निशाना बनाकर अब तक करीब एक हजार से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी है।
जिन जगहों पर हमास ने सबसे ज्यादा लोगों को निशाना बनाया, उनमें किबुत्ज बीरी, स्देरोट, कफार अज्जा, नीर ओज और नोवा फेस्टिवल शामिल हैं। इन जगहों पर हमास के शुरुआती हमलों में ही 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अकेले किबुत्ज में हमले से पहले करीब 350-400 लोग थे। हमले के बाद यहां मुश्किल से 200 लोग बचे हैं।
बीरी में हमास के लड़ाके 7 अक्टूबर को सुबह करीब 6 बजे दाखिल हुए। किबुत्ज के दरवाजे पर लगे सिक्योरिटी कैमरे में इसका फुटेज सामने आया है। जब एक कार इस दरवाजे पर रुकती है, तो हमास के 2 लड़ाके गोलियां चलाना शुरू कर देते हैं। इसके बाद वो किबुत्ज में दाखिल हो जाते हैं। सुबह 7 बजे तक हमास के करीब 8 लड़ाके किबुत्ज में मौजूद थे। इसके बाद हमास ने लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। कई लोगों को इस दौरान अगवा भी किया गया। इनमें से कुछ की हत्या कर दी गई। इजराइल के इमरजेंसी वर्कर्स ने किबुत्ज बीरी से करीब 100 शव बरामद किए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इन्हीं में से एक वर्कर ने बताया- यह बहुत कठिन काम था। वहां कई शव छोटे बच्चों के थे। हमास के लड़ाकों के बीच कुछ शव मिले हैं। हमने अभी तक सभी घरों को चेक नहीं किया है।
किबुत्ज के ही इलाके में रहने वाले नीर ओज समुदाय के लोगों पर हमास के अत्याचार से जुड़े कई वीडियो और फोटोज लगातार सामने आ रहे हैं। द टाइम्स ने ऐसा ही एक 30 मिनट का वीडियो वेरिफाई किया। इसमें हमास के बंदूकधारी लड़ाके बॉर्डर फेंस पार करके नीर ओज की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं। इसके बाद वीडियो में लोगों के चिल्लाने और गोलियां चलने की आवाजें सुनाई देती हैं।
इसके बाद एक कमरे के अंदर खून से लथपथ करीब 6 शव नजर आते हैं। इस बीच एक बंदूकधारी गोलियां चलाना शुरू करता है और यह वीडियो यहीं खत्म हो जाता है। इजराइली सेना ने बताया कि नीर ओज में कितने लोगों को अगवा किया गया है, इसका डेटा अभी नहीं मिल पाया है। हालांकि जब सेना ने नीर ओज में बचे बाकी लोगों को इकट्ठा किया तो उनमें से एक ने बताया कि किबुत्ज के करीब 50% नागरिक वहां नहीं थे। किबुत्ज में रहने वालों ने बताया कि हमले से पहले वहां करीब 350-400 नागरिक थे, लेकिन अब करीब 200 ही बचे हैं। इनमें से कुछ लोग दूसरे समुदाय के भी हैं।
इजराइल की वो दूसरी जगह, जिसे हमास ने अपना निशाना बनाया था, उसका नाम है कफार अज्जा। हमले के 4 दिन बाद जब इजराइल के सैनिक यहां एक गांव में पहुंचे, तो हर दूसरे घर में उन्हें लाशें नजर आईं। इस दौरान न्यूयॉर्क टाइम्स के एक जर्नलिस्ट भी उनके साथ था। इजराइल के एक कमांडर ने बताया- गांव में घर, लॉन, रास्तों और बाकी सभी जगह सिर्फ शव नजर आ रहे थे। यह कोई जंग का मैदान नहीं, बल्कि नरसंहार है। यह कुछ ऐसा है जो मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखा। हमारे दादा-दादी के समय में जब नरसंहार हुआ था, यह वैसा ही नजारा है। सेना के अफसरों ने बताया कि यहां सैकड़ों लोगों की हत्या हुई है।
गाजा से करीब 1 मील की दूरी पर मौजूद स्देरोट शहर में भी शनिवार यानी 7 अक्टूबर की सुबह ही हमले शुरू हो गए थे। यहां 2 पिकअप वैन में हमास के लड़ाके मशीन गन लेकर घुसे थे। इजराइली नागरिकों को उनकी कारों में ही मार दिया गया। उन्हें एक ओवरपास के नीचे बस का इंतजार करते वक्त गोली मारी गई। स्देरोट के ही एक बस स्टॉप से सेना को 7 शव मिले हैं। स्देरोट में जो लोग बच गए, उन्होंने वहां के हालात पर कई वीडियो भी बनाए। ऐसे ही एक वीडियो में एक आदमी कहता सुनाई देता है कि यहां सब लोग मारे जा चुके हैं। कुछ लोगों ने हमास के लड़ाकों का गोली चलाते वक्त भी वीडियो बनाया। एक वीडियो में लड़ाकों और पुलिस अधिकारियों के बीच मुठभेड़ नजर आ रही है। इसके बाद हमास के लोग पुलिस स्टेशन पर कब्जा कर लेते हैं। हमास के हमलों में यह पुलिस स्टेशन तबाह हो चुका है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, स्देरोट में करीब 20 इजराइली नागरिकों और 12 से ज्यादा सैनिकों के अलावा कई पुलिस अधिकारियों और फायर फाइटर्स की भी मौत हुई है।