नई दिल्ली: भारत के शीर्ष ड्रग नियंत्रक ने नकली दवाओं का पता लगाने के लिए राज्य ड्रग इंस्पेक्टरों को अलर्ट जारी किया है। न्यूज18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की एक कंपनी में नकली दवाएं बनाए जाने की सूचना मिली है। इसमें विटामिन डी टैबलेट, कैल्शियम टैबलेट, दर्द निवारक जीरोडोल, एंटी-एलर्जिक मोंटएर, कार्डियो ड्रग Atorva, स्टैटिन ड्रग Roseday आदि शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश के राज्य ड्रग्स नियंत्रक की ओर से दी गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए भारत के औषधि महानियंत्रक DGCA वीजी सोमानी ने देशभर के ड्रग इंस्पेक्टरों को एक लेटर भेजा है। इसमें सतर्कता बढ़ाने के साथ ही लेटर में बताई गई दवाओं पर नजर रखने को कहा गया है।
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब गांबिया और उज्बेकिस्तान में भारत में बनी दवाओं से मौत के आरोप लगे हैं। भारतीय दवा बनाने वाली कंपनियां जांच रेडार पर आ गई हैं। सोमानी ने लेटर में लिखा है, ‘एक स्टेट इंस्पेक्टर ने बद्दी और आगरा में छापेमारी के दौरान बरामद की गई नकली दवाओं और अन्य सामग्रियों के बारे में जानकारी दी है।’लेटर में कहा गया है कि सूचित किया गया है कि बरामद की गई दवाएं दूसरी चर्चित फामा कंपनियों के ब्रांड की हैं और बिना किसी अनुमति, लाइसेंस के सोलन जिले के बद्दी में मोहित बंसल की Trizal Formulations के फैक्ट्री परिसर में बनाई गईं। आगे कहा गया है कि नकली दवाओं का स्टॉक बाजार में पहले ही बेचा जा चुका है। इसकी होलसेल फर्म M/s MH Pharma कोतवाली, आगरा (यूपी) में है।
नवंबर के आखिरी हफ्ते में ऐसी खबरें आई थीं कि हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में नकली दवा बनाने वालों का गिरोह पकड़ा गया है। आरोपी की पहचान आगरा निवासी मोहित बंसल के रूप में हुई थी। वह नामी कंपनियों के नाम से दवा बनाकर बेचता था। पता चला था कि आगरा में उसका मेडिकल स्टोर भी है, जहां नकली दवाओं को बेचा जाता था। उस समय यूपी नंबर की क्रेटा कार में नकली दवाइयों की खेप पकड़ी गई थी। इसमें हार्ट, गले में एलर्जी की दवा और जीरोडोल समेत कई नकली दवाएं मिली थीं।
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