सारा अली खान की शुरुआती फिल्में हिट रहीं, लेकिन उसके बाद उनकी फिल्में या तो चलीं नहीं या सीधे ओटीटी पर चली गईं। अगले हफ्ते उनकी लगातार तीसरी फिल्म ‘गैसलाइट’ सीधे ओटीटी पर रिलीज हो रही है। इस बारे में उन्होंने हमसे खास बातचीत की।
जी मुझे नहीं पता इस बारे में। मैं ये सब नहीं समझती हूं और समझना भी नहीं चाहती हूं। मेरा काम है अपने निर्देशकों से सीखना और उनके मुताबिक काम करना। आगे बॉक्स ऑफिस पर कौन सी फिल्म चलेगी और कौन सी नहीं, यह किसी को भी नहीं पता।
मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं पिछले दिनों हिमाचल स्थित बिजली महादेव के मंदिर होकर आई हूं। भले ही इस बारे में पता लगने पर चार लोग कुछ चीजें बोलेंगे। लेकिन मुझे इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं ये समझ चुकी हूं कि किस बारे में लोगों की राय सुननी चाहिए और किस बारे में नहीं सुननी चाहिए। अगर मेरे काम को लेकर दर्शकों को कुछ समस्या है, तो वह मेरे लिए भी एक प्रॉब्लम हो सकती है, क्योंकि मैं अपने चाहनेवालों के लिए ही ऐक्टिंग करती हूं। लेकिन अगर किसी को मेरी किसी निजी चीज या मेरी जीवनशैली से कुछ समस्या है, तो मेरे लिए वह मायने नहीं रखता है।
पहली बात तो मैंने बहुत कोशिश की है कि लोगों को ऐसा ना लगे कि मैंने सिर्फ ग्लैमर गर्ल के रोल किए हैं। मुझे नहीं लगता कि केदारनाथ या अतरंगी रे में भी मेरा रोल कोई ग्लैमरस था। वह एक मूमेंट होता है जहां आप ग्लैमरस नजर आते हो। जैसे ‘चकाचक’ गाना है या स्वीट हार्ट एक सॉन्ग है, जिसमें मेरा एक अलग अवतार है। ‘अतरंगी रे’ की बात करें, तो मुझे लगता है कि आनंद जी ने कोशिश तो अच्छी की है कि इसे एक रियलिस्टिक तरीके से दर्शाया जाए। लेकिन आप बिल्कुल सही कह रहे हैं कि गैसलाइट का रोल मेरे लिए अलग तरह का किरदार है। मेरा लुक बहुत अलग तरह का है। इससे पहले मैं कभी व्हील चेयर पर नहीं बैठी हूं। तो मुझे उम्मीद है कि मेरा ये नया अंदाज लोगों को पसंद आएगा।
व्हील चेयर को कैसे चलाना है, यह सीखना बहुत जरूरी होता है। जब आप व्हील चेयर पर होते हो, तो आपका एक नेचर बन जाता है कि दाएं, बाएं, ऊपर, नीचे, रुको। आपको व्हील चेयर को कंट्रोल करना आना चाहिए। भगवान की दुआ से मुझे अपनी रियल जिंदगी में कभी व्हील चेयर की जरूरत नहीं पड़ी। कैसे उसे शारीरिक तौर पर पूरी तरह अपनाना होता है, वो कहीं ना कहीं मेरे लिए थोड़ा मुश्किल था। लेकिन मेहनत से क्या नहीं होता। दूसरा, एक ऐक्टर के तौर पर आप अपनी भावनाएं दिखाने के लिए अपनी बॉडी का भी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यहां वह ऑप्शन नहीं था। ऐसे में, व्हील चेयर पर बैठी लड़की का रोल करना मेरे लिए एक चुनौती थी।
बिल्कुल, मैं बड़े पर्दे को काफी मिस कर रही हूं। मुझे इंतजार है कि मैं जल्द बड़े पर्दे पर आ सकूं। लेकिन अपनी आखिरी फिल्म अतरंगी रे की रिलीज के बाद मैं ये भी देख चुकी हूं कि अगर आपकी कहानी अच्छी हो, आपकी परफॉर्मेंस रियल हो और अगर आप सच्चाई के साथ अपनी कहानी को दर्शकों तक पहुंचाना चाह रहे हैं, तो उसे दर्शकों का प्यार तो मिलेगा ही मिलेगा। उस प्यार को आप महसूस करिए। फिर चाहे ओटीटी हो या कोई दूसरा प्लैटफॉर्म, आपकी स्टोरी ही सबकुछ होती है।
अपनी आने वाली फिल्मों के बारे में बताएं?
अगले हफ्ते मेरी फिल्म गैसलाइट आने वाली है, तो इसको लेकर मैं काफी उत्साहित हूं। इसके अलावा और भी कई चीजें चल रही हैं। जैसे ‘ए वतन मेरे वतन’ की थोड़ी शूटिंग बाकी है। मैं मर्डर मुबारक शूट कर रही हूं। इसके अलावा विकी कौशल के साथ भी एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही हूं। इस तरह मेरे पास कई अलग-अलग जोनर के प्रोजेक्ट हैं।
आजकल फिल्म इंडस्ट्री में काफी बदलाव आ रहे हैं। पहले हीरोइनें शादी के लिए ज्यादा उम्र तक इंतजार करती थीं, क्योंकि उसके बाद उनका करियर खत्म हो जाता था। लेकिन आजकल आलिया और कियारा जैसी ऐक्ट्रेस करियर के पीक पर शादी कर रही हैं और उन्हें काम भी मिलना जारी है। आप क्या कहेंगी इस बारे में? शादी को लेकर आपकी क्या सोच है?
ये बहुत बढ़िया चीज है। मुझे लगता है कि जब सही समय आएगा, तो मैं भी ऐसा कर पाऊं। जो ऐक्ट्रेस ऐसा कर पा रही हैं, मैं उनकी सराहना करती हूं। यह बहुत अच्छी बात है। ऐसा ही होना चाहिए कि हीरोइनों को शादी के बाद ऐक्टिंग का मौका मिलना चाहिए।