मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि "लाडली बहना योजना" से घर परिवार के साथ ही देश और प्रदेश भी सशक्त बनेगा। मुख्यमंत्री मंगलवार को बैरसिया के नजदीक पातलपुर में औद्योगिक पार्क और समूह जल प्रदाय योजना का भूमि-पूजन करने के बाद विशाल जन समुदाय को संबोधित कर रहे थे। स्थानीय विधायक श्री विष्णु खत्री और रोजगार बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुशील शर्मा भी पर मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं अपने परिवार के बीच आया हूँ। मैं मुख्यमंत्री बाद में हूँ और भांजे-भांजियों का मामा, बहिनों का भाई और बड़े-बुजुर्गों का बेटा पहले हूँ। उन्होंने कहा कि विकास यात्राओं से परिवार के विकास और कल्याण की योजनाएं लेकर वे बैरसिया आए है। उन्होंने सबसे पहले बहनों से संवाद किया और कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में यह भाई रक्षाबंधन तो ठीक अब हर माह एक हजार रूपए की राशि अपनी गरीब और 5 एकड़ से कम के किसान परिवारों की बहनों को भेजेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 5 मार्च से गाँव-गाँव शिविर लगा कर लाड़ली बहनों के अप्रैल तक फार्म भरवाए जायेंगे और जून माह से एक हजार रुपए की राशि जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग पात्र महिलाओं को भी 600 रूपये की पेंशन में 400 रूपए और जोड़ कर एक हजार रूपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि आर्थिक स्वावलंबन से परिवार सशक्त हो और प्रेम भाव में भी वृद्धि हो। उन्होंने कहा कि लाडली लक्ष्मी और कन्या विवाह योजनाएँ सरकार की महिलाओं को सशक्त बनाने की योजनाएँ हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व की जन-हितैषी योजनाओं को पिछली सरकार द्वारा बंद करने की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों पर ब्याज की गठरी को उनकी सरकार उतार देगी और किसानों को डिफाल्टर होने से बचाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैरसिया में सर्वे करवा कर सिंचाई योजनाओं का निर्माण करवाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री भू-अधिकार आवास योजना से गरीब को घर की जमीन देने का उल्लेख करते हुए कहा कि विकास यात्रा के दौरान अधिकारी यह भी सुनिश्चित करे कि कोई बिना राशन के भी नहीं रहे। मुख्यमंत्री ने बैरसिया के 42 गाँवों में हर घर में नल से जल पहुँचाने के लिए नहरयाऊ समूह जल प्रदाय योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि क्षेत्र के हर गाँव को यह सौगात मिलेगी। उन्होंने गुंडे और माफिया के विरुद्ध अभियान जारी रहने का जिक्र करते हुए कहा कि बहन-बेटियों को गलत नजर से देखने वालो को फाँसी की सजा दिलाई जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैरसिया ओद्योगिक पार्क और नहरयाऊ समूह जल प्रदाय योजना सहित 212 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का भूमि-पूजन और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैरसिया में संजय सागर बांध पर बनने वाले 164 ग्रामों की नेहरयाई समूह जल प्रदाय योजना का शिलान्यास किया। योजना की अनुमानित लागत 177 करोड़ 39 लाख रूपये है। योजना पूरी होने पर 12 हजार 737 घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से बैरसिया, शमशाबाद एवं विदिशा विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत 2 लाख 94 हजार 970 नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए 28 माह की अवधि निर्धारित की गई है। योजना में शामिल 164 ग्रामों को शामिल किया गया हैं, जिसमें विकासखण्ड बैरसिया के 42, नटेरन के 43 ग्राम एवं विकासखण्ड विदिशा के 79 ग्रामों को शामिल हैं। योजना में 283 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता का जल शोधन संयंत्र निर्मित किया जाना प्रस्तावित है। इंटेकवेल, जल शोधन संयंत्र लगभग 742 किलो मीटर संपूर्ण जल वितरण प्रणाली, पंपिंग मेन एवं ग्रेविटी मेन तथा 29 उच्च स्तरीय टंकियों के माध्यम से नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा निर्मित 38 उच्चस्तरीय टंकियों को भी योजना में जोड़ा जाना प्रस्तावित है।
बैरासिया विधानसभा क्षेत्र में 42 ग्रामों में लागत 45 करोड़ 15 लाख, 42 ग्रामों में कुल 10 हजार नल कनेक्शन दिए जाएगें और 161 किलो मीटर लम्बी जल वितरण नलिकाएँ डाली जाएगी। योजना में 7 नवीन टंकियों का निर्माण और पी.एच.ई की पुरानी 19 टंकियों को सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इसमें लगभग 52 हजार जनता लाभान्वित होगी।
नवीन ओद्योगिक क्षेत्र
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैरसिया में 33 हेक्टेयर से अधिक भूमि में निर्मित होने वाले नवीन औद्योगिक पार्क के विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया। वायु मार्ग, रेलवे एवं सड़क मार्ग से जुड़े होने तथा श्रमिकों की पर्याप्त उपलब्धता होने से राष्ट्रीय स्तर पर भोपाल शहर तेजी से उभर रहा है। इसके दृष्टिगगत नवीन औद्योगिक पार्क बैरसिया में 25 करोड़ 88 लाख की लागत से विकसित किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस पार्क में आवंटन योग्य 18.322 हेक्टेयर भूमि में लगभग 95 भू:खण्ड सृजित किये गये है। इनमें लगभग 300 करोड़ का निवेश एवं लगभग 2400 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होने की संभावना है।